Saturday, February 11, 2012

किरदार बदलते देखे है !!

एक छोटी सी बात पर परिवार बदलते देखे है !
जरुरत पड़ी तो सब रिश्तेदार बदलते देखे है !
यकीं सा उठ चला हर शख्स से "अमित" !
मैंने अक्सर अपनों के किरदार बदलते देखे है !



किस पर अब विश्वास करू मै, एक एक से धोखा खाया है!
कुछ गड्डी दे के नोटों की, अखबार बदलते देखे है !


लो आ गए वो भी मेरी बदनाम महफ़िल में !
अरे हमने बड़े बड़े इज्ज़तदार बदलते देखे है !

किस सरगम एं सास पे जीवन दे "अमित" !
दो दो कोडी की खातिर फनकार बदलते देखे है !!


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